मेहर क्या है? परिभाषा और प्रकार

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मेहर क्या है? परिभाषा और प्रकार: एक प्राचीन भारतीय विवाह पद्धति।

Introduction

मेहर क्या है? परिभाषा और प्रकार

मेहर एक हिंदी शब्द है जिसका अर्थ होता है “दहेज”। यह एक प्राचीन प्रथा है जिसमें विवाह के समय दुल्हन के परिवार द्वारा दुल्हे के परिवार को नकद या अन्य संपत्ति की राशि दी जाती है। मेहर की राशि और प्रकार विवाह के संस्कार, सामाजिक और सांस्कृतिक परंपराओं के अनुसार भिन्न-भिन्न हो सकते हैं। इसका उद्देश्य दुल्हन के परिवार को उनकी सुरक्षा और सम्मान की गारंटी प्रदान करना होता है।

मेहर क्या है? एक संक्षिप्त परिचय

मेहर क्या है? परिभाषा और प्रकार

मेहर एक प्राचीन भारतीय परंपरा है जो विवाह सम्बन्धित मामलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह एक प्रकार का विवाह विचार है जिसमें दूसरी पक्ष के परिवार द्वारा दी जाने वाली धनराशि होती है। मेहर को विवाह के दौरान दुल्हन के परिवार द्वारा दूल्हे के परिवार को दी जाती है। यह एक प्रकार का विवाहिता के परिवार के लिए एक आदर्श होता है और इसे एक संबंध की गहराई और स्थायित्व का प्रतीक माना जाता है।

मेहर की परिभाषा और महत्व

मेहर की परिभाषा विवाह संस्कृति के अनुसार विवाहिता के परिवार द्वारा दूल्हे के परिवार को दी जाने वाली धनराशि है। यह एक प्रकार का धनिकता का प्रतीक होता है और विवाहिता के परिवार की सम्पत्ति को दर्शाता है। मेहर की मान्यता भारतीय समाज में गहरी रूप से प्रचलित है और इसे एक परंपरागत रूप से मान्यता प्राप्त है।

मेहर के प्रकार

मेहर के कई प्रकार होते हैं जो विवाहिता के परिवार द्वारा दी जाती हैं। प्राचीनकाल में, मेहर गाय, भैंस, ऊंट और अन्य पशुओं की संख्या में निर्धारित की जाती थी। आजकल, मेहर धनराशि, स्वर्ण, चांदी, गहने, वस्त्र, या किसी अन्य सामग्री के रूप में दी जा सकती है।

एक और मेहर का प्रकार है जिसे “स्त्री धन” कहा जाता है। इसमें, दुल्हन के परिवार द्वारा दूल्हे के परिवार को धनराशि के साथ-साथ वस्त्र, गहने, या अन्य सामग्री भी दी जाती है। यह प्रकार विवाहिता के परिवार की सम्पत्ति को बढ़ाने का एक माध्यम होता है और दुल्हे के परिवार को एक आदर्श विवाहिता के रूप में स्वीकार किया जाता है।

मेहर का महत्व

मेहर विवाह संस्कृति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह एक परंपरागत रूप से मान्यता प्राप्त करने वाला विवाह विचार है और विवाहिता के परिवार के लिए एक आदर्श होता है। मेहर की मान्यता विवाहिता के परिवार की सम्पत्ति को दर्शाती है और इसे एक संबंध की गहराई और स्थायित्व का प्रतीक माना जाता है।

इसके अलावा, मेहर एक सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा का माध्यम भी होता है। यह दुल्हे के परिवार को एक आर्थिक सहारा प्रदान करता है और विवाहिता के परिवार को एक सुरक्षित भविष्य की गारंटी देता है। मेहर की मान्यता विवाह संस्कृति को स्थायी और सुरक्षित बनाती है और इसे एक संबंध की गहराई और स्थायित्व का प्रतीक माना जाता है।

समाप्ति

मेहर एक प्राचीन भारतीय परंपरा है जो विवाह सम्बन्धित मामलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह एक प्रकार का विवाह विचार है जिसमें दूसरी पक्ष के परिवार द्वारा दी जाने वाली धनराशि होती है। मेहर की मान्यता भारतीय समाज में गहरी रूप से प्रचलित है और इसे एक परंपरागत रूप से मान्यता प्राप्त है। मेहर विवाह संस्कृति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और विवाहिता के परिवार के लिए एक आदर्श होता है। इसके अलावा, मेहर एक सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा का माध्यम भी होता है। मेहर की मान्यता विवाह संस्कृति को स्थायी और सुरक्षित बनाती है और इसे एक संबंध की गहराई और स्थायित्व का प्रतीक माना जाता है।

मेहर के प्रकार: सामान्य मेहर, विशेष मेहर, और विवाहित मेहर

मेहर क्या है? परिभाषा और प्रकार

मेहर एक प्राचीन भारतीय परंपरा है जो विवाह के समय दुल्हन के परिवार द्वारा दुल्हे के परिवार को दी जाती है। यह एक प्रकार का धन होता है जो दुल्हन के परिवार द्वारा दुल्हे के परिवार को दिया जाता है और इसका उद्देश्य दुल्हे के परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करना होता है। मेहर की राशि और प्रकार विवाह की संस्कृति, धर्म और क्षेत्र के आधार पर भिन्न-भिन्न हो सकते हैं।

मेहर के प्रकार: सामान्य मेहर, विशेष मेहर, और विवाहित मेहर

पहले प्रकार की मेहर है सामान्य मेहर। यह मेहर एक निर्धारित राशि होती है जो दुल्हे के परिवार को दुल्हन के परिवार द्वारा दी जाती है। इसका उद्देश्य दुल्हे के परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करना होता है और इसे विवाह के बाद दुल्हे के परिवार के द्वारा उपयोग किया जा सकता है। सामान्य मेहर की राशि विवाह की संस्कृति और क्षेत्र के आधार पर भिन्न-भिन्न हो सकती है।

दूसरे प्रकार की मेहर है विशेष मेहर। यह मेहर एक विशेष आइटम, संपत्ति या सेवा के रूप में दी जाती है। विशेष मेहर की राशि और प्रकार विवाह की संस्कृति और क्षेत्र के आधार पर भिन्न-भिन्न हो सकती है। इसे दुल्हे के परिवार द्वारा दुल्हन के परिवार को दिया जाता है और इसका उद्देश्य दुल्हे के परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करना होता है। विशेष मेहर दुल्हन के परिवार के लिए एक महत्वपूर्ण स्रोत हो सकती है और इसे विवाह के बाद उपयोग किया जा सकता है।

तीसरे प्रकार की मेहर है विवाहित मेहर। यह मेहर विवाह के बाद दुल्हन को दी जाती है। इसका उद्देश्य दुल्हन को आर्थिक सहायता प्रदान करना होता है और इसे दुल्हन के परिवार द्वारा उपयोग किया जा सकता है। विवाहित मेहर की राशि विवाह की संस्कृति और क्षेत्र के आधार पर भिन्न-भिन्न हो सकती है। यह मेहर दुल्हन के लिए एक महत्वपूर्ण स्रोत हो सकती है और इसे विवाह के बाद उपयोग किया जा सकता है।

मेहर एक प्राचीन परंपरा है जो भारतीय समाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह एक धार्मिक और सामाजिक आदत है जो विवाह के समय दुल्हन के परिवार द्वारा दुल्हे के परिवार को दी जाती है। मेहर की राशि और प्रकार विवाह की संस्कृति, धर्म और क्षेत्र के आधार पर भिन्न-भिन्न हो सकते हैं। सामान्य मेहर, विशेष मेहर और विवाहित मेहर इस प्राचीन परंपरा के प्रमुख प्रकार हैं और इनका उद्देश्य दुल्हे के परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करना होता है। यह मेहर दुल्हन के परिवार के लिए एक महत्वपूर्ण स्रोत हो सकती है और इसे विवाह के बाद उपयोग किया जा सकता है।

मेहर की परिभाषा और महत्व

मेहर क्या है? परिभाषा और प्रकार

मेहर एक ऐसी प्रथा है जो भारतीय संस्कृति में महत्वपूर्ण स्थान रखती है। यह एक प्रकार का विवाह विचार है जिसमें दूल्हे की परिवार द्वारा दुल्हन के परिवार को दिए जाने वाले धन या वस्त्र की मांग की जाती है। इस प्रथा का मतलब होता है कि दूल्हे का परिवार दुल्हन के परिवार को उनकी संपत्ति और सम्पत्ति के रूप में एक निशान देता है।

मेहर की प्रथा भारतीय संस्कृति में बहुत पुरानी है और इसका महत्व विवाह के समय बढ़ जाता है। यह एक प्रकार की सामाजिक सुरक्षा का भी एक माध्यम है, क्योंकि इससे दूल्हे के परिवार को दुल्हन के परिवार के प्रति अपनी जिम्मेदारी का एक संकेत मिलता है। इसके अलावा, मेहर एक प्रेम और सम्मान का प्रतीक भी है, जो दूल्हे के परिवार द्वारा दुल्हन के परिवार को दिया जाता है।

मेहर की प्रथा के अनुसार, दूल्हे का परिवार दुल्हन के परिवार को एक निशान देता है जो उनकी संपत्ति और सम्पत्ति को दर्शाता है। यह धन या वस्त्र के रूप में हो सकता है। इसका मतलब होता है कि दूल्हे का परिवार दुल्हन के परिवार के प्रति अपनी जिम्मेदारी को स्वीकार करता है और उन्हें सम्मानित करता है। यह एक प्रेम और सम्मान का प्रतीक होता है जो विवाह के बंधन को मजबूत बनाता है।

मेहर की प्रथा के अनुसार, धन या वस्त्र की मांग दूल्हे के परिवार द्वारा की जाती है। इसके लिए दूल्हे का परिवार दुल्हन के परिवार के पास जाता है और उनसे एक मेहर की मांग करता है। इसके बाद, दुल्हन के परिवार को इसे स्वीकार करना होता है और उन्हें धन या वस्त्र की राशि देनी होती है। यह धन या वस्त्र दूल्हे के परिवार द्वारा दिया जाता है और इससे दूल्हे के परिवार की संपत्ति और सम्पत्ति का प्रतीक होता है।

मेहर की प्रथा भारतीय संस्कृति में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है। यह एक प्रकार की सामाजिक सुरक्षा का भी एक माध्यम है और इससे दूल्हे के परिवार को दुल्हन के परिवार के प्रति अपनी जिम्मेदारी का एक संकेत मिलता है। इसके अलावा, यह एक प्रेम और सम्मान का प्रतीक भी है, जो दूल्हे के परिवार द्वारा दुल्हन के परिवार को दिया जाता है। मेहर की प्रथा विवाह के बंधन को मजबूत बनाती है और इसे एक संगठित और समर्पित रिश्ते का प्रतीक माना जाता है।

इस प्रकार, मेहर एक महत्वपूर्ण प्रथा है जो भारतीय संस्कृति में अपनी विशेषता रखती है। यह एक प्रकार की सामाजिक सुरक्षा का माध्यम है और इसे एक प्रेम और सम्मान का प्रतीक भी माना जाता है। मेहर की प्रथा विवाह के बंधन को मजबूत बनाती है और इसे एक संगठित और समर्पित रिश्ते का प्रतीक माना जाता है।

Q&A

मेहर क्या है?
– मेहर एक हिंदी शब्द है जिसका अर्थ होता है “दहेज”। यह एक प्राचीन प्रथा है जिसमें विवाह के समय दूल्हे के परिवार द्वारा दुल्हन के परिवार को धन या सामग्री की राशि दी जाती है।

मेहर के कितने प्रकार होते हैं?
– मेहर के विभिन्न प्रकार हो सकते हैं, जैसे कि नकद मेहर, स्वर्ण मेहर, सोने की आभूषण, जमीन, गाड़ी, या किसी अन्य संपत्ति की रूप में। प्रकार देश के संस्कार, धार्मिक और सांस्कृतिक आधार पर भी बदल सकते हैं।

मेहर की परिभाषा क्या है?
– मेहर एक प्राचीन भारतीय विवाह प्रथा है जिसमें दूल्हे के परिवार द्वारा दुल्हन के परिवार को धन या सामग्री की राशि दी जाती है। यह एक प्रकार का विवाहिता वित्त होता है जो विवाहिता के परिवार को सम्मान और सुरक्षा प्रदान करने का उद्देश्य रखता है।

Conclusion

मेहर एक हिंदी शब्द है जिसका अर्थ होता है “दहेज”। यह एक प्राचीन प्रथा है जिसमें विवाह के समय दुल्हन के परिवार द्वारा दुल्हे के परिवार को धन या सामग्री की राशि दी जाती है। मेहर के प्रकार विवाह की संस्कृति और क्षेत्र के आधार पर भिन्न हो सकते हैं।

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